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Saturday, February 17, 2018

व्यवसाय(Career)

व्यवसाय (Career):-

व्यवसाय क्या है ? अक्सर  हम सभी  व्यवसाय (Career) को लेकर काफ़ी चिंता में डूब जाते हैं ,कि हमें भविष्य में क्या करना चाहिए या कौन - सा व्यवसाय चुनें। 
एक बात में आप सभी को स्पष्ट कराना चाहता हूँ।  कि चिंता करने से कोई हल नहीं निकलता लेकिन चिंतन करने से सारे हल निकलते हैं।  आप एक उदाहरण के तौर पर आप मेरे ब्लॉग की पोस्ट Part- 2 में पढ़ सकते हैं। 
 व्यवसाय क्या है ?

व्यवसाय (Career):- दोस्तों आधारभूत और पेशेवर शिक्षा/ज्ञान की सहायता से ही हम सब सही व्यवसाय कर पाते हैं। यही  व्यवसाय (Career) का आधार है।
व्यवसाय कैसे चुनें ?


 दोस्तों आप इस समय क्या कर रहें हैं, भविष्य में क्या करेगें? इस बात पर निर्भर करता है। यह बात हो गई मुख्य व्यवसाय की। 

दूसरी बात आप मुख्य व्यवसाय के साथ और आप क्या कर सकते हैं या कौन -2 से व्यवसाय कर सकते हैं। लेकिन मैं ये नहीं कहुगाँ जरूरी है या मैं ये भी नहीं कह सकता जरुरी नहीं है। ये आप पर निर्भर करता है कि आप क्या करना चाहते हो या क्या आप नहीं करना चाहते हो। 
लेकिन मैं ये जरूर कहुगाँ ,कि मुख्य व्यवसाय के अलावा भी व्यवसाय  होना चाहिए। आगे आपकी सोच पर निर्भर करता है होना चाहिए या नहीं।   
 तो दोस्तों हम सब यानि आज की पीढ़ी व्यवसाय को पेशेवर शिक्षा/ज्ञान से जोड़ते है , लेकिन व्यवसाय का आधार तो आधारभूत शिक्षा/ज्ञान निर्भर करता है। क्योंकि पेशेवर शिक्षा/ज्ञान आधारभूत शिक्षा/ज्ञान का ही एक भाग है। उदाहरण के तौर पर विज्ञान (Science)का आधार पहले गणित(Maths) था। आज भी है, लेकिन उसके भाग हो गए। लेकिन आज आप सभी जानते ही हैं कि विज्ञान के कितने भाग हो गए हैं।
   व्यवसाय चुनने/सफलता का कोई Shortcut नहीं हैं। जहाँ Shortcut है वहाँ सफलता नहीं है। 
Shortcut का मतलब है,कि आप गलत मार्ग में ज़रिये कोई काम तो नहीं कर  रहे हैं। इससे उसको ही नुकसान होता है जो ऐसे Shortcut को  जीवन में अपनाता है। 
Shortcut का मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि आप सही मार्ग के जरिये 2 दिन का काम 1 दिन में कर रहें हैं। ये आपकी मेहनत करने की क्षमता कहलाएगी, न कि Shortcut. 

मेहनत करने वालों को सफलता मिलती है, और Shortcut अपनाने वालों को नुकसान झेलना पड़ता है। 

धन्यवाद।      

Thursday, February 15, 2018

पेशेवर ( Professional )

पेशेवर (Professional) :-

2) पेशेवर शिक्षा/ज्ञान :- पेशेवर शिक्षा/ज्ञान एक प्रकार से कह सकते हैं। कि यह  आधारभूत, पेशेवर या किसी भी तरह का ज्ञान/शिक्षा को प्रकट करने या हम कह सकते हैं व्यावहारिक रूप से खुद के जीवन या किसी और जीवन में सकारात्मक बदलाव/सुविधा देने का ज़रिया बनता है। यही पेशेवर शिक्षा/ज्ञान है। 


ये दोनों शिक्षाएँ/ज्ञान एक-दूसरे से परस्पर  जुड़े हुए हैं, लेकिन इनकी अपनी-2 एक खासियत भी है। 

जो इंसान दोनों को महत्व देता है,वही  जीवन में कुछ अच्छा कर पाता है। 

धन्यवाद।






 

शिक्षा के मुख्य प्रकार(Main types of education)

शिक्षा के मुख्य प्रकार (Main types of education):-

दोस्तों पिछले भाग एक और दो में सीखा कि कथन/तथ्यों को चिंतन के माध्यम से हम कैसे जीवन में ज्ञान/शिक्षा को व्यवहार में ला सकते हैं।  तो आज हम सीखेगें कि  शिक्षा के मुख्य प्रकार कौन-2 से हैं?
आमतौर पर देखा जाए तो शिक्षा के दो स्तर/प्रकार हैं :-
1) आधारभूत शिक्षा/ज्ञान 
2) पेशेवर शिक्षा/ज्ञान 

1) आधारभूत शिक्षा/ज्ञान:- 

आधारभूत शिक्षा/ज्ञान वह ज्ञान  है जो हमें सही -गलत, अच्छाई - बुराई और सकात्मक - नकारात्मक इत्यादि का एहसास कराता है इसी ज्ञान/शिक्षा को आधारभूत शिक्षा/ज्ञान कहते हैं। यह हर प्रकार की शिक्षा का आधार है, चाहे वो पेशेवर हो या कोई और प्रकार का ज्ञान हो. लेकिन आज का समय बहुत ही दयनीय स्थिति में है। भले ही लोग पेशेवर शिक्षा/ज्ञान को प्रमुखता देते हैं।    
यह एक  हम सब लोगों  की नकारात्मक सोच है। हम सबको यह समझने की जरूरत है कि मानवता केवल आधारभूत शिक्षा/ज्ञान से ही प्रकट होती है।  आधारभूत शिक्षा/ज्ञान हमें अपने प्रियजनों, प्रकृति, स्वयं, दूसरों,समय, ईश्वर और ब्रह्माण्ड के सभी छोटे-से-छोटे और बड़े-से-बड़े सजीव और निर्जीव चीजों से जो हमें सकारात्मक शिक्षा/ज्ञान मिलता है ,इसी शिक्षा/ज्ञान को आधारभूत शिक्षा/ज्ञान कहते हैं। 
पेशेवर शिक्षा/ज्ञान को मैं दूसरी post में डालूँगा।
आप किस प्रकार की शिक्षा/ज्ञान को मुख्य मानेगें।
ज़वाब Comment box में जरूर लिखें। 

 धन्यवाद।

Wednesday, February 14, 2018

Part 2

भाग -2:-   

2) कथन को याद रखना  :-  कथन को याद रखना जैसे कि हम मान लीजिये Mathematics  पढ़ते हैं तो अक्सर Students Mathematics Subject को Boring कहेगें।  भले ही वो और Subjects में  अच्छे हो. सबसे बड़ा कारण यही है कि वो कथन/तथ्यों  को याद कर लेते हैं। लेकिन चिंतन नहीं कर पाते। कि क्या, कैसे, क्यों हो रहा है। यही Difference है. 
जैसा कि आप ऊपर दी गई photo में लिखा है कि हम केवल याद क्यों करते हैं और उसे पुनः याद कब करेगें। इसलिए चिंतन करिये। तभी भविष्य में आप अपने ज्ञान से कुछ अच्छा कर पायेगें। 
धन्यवाद। 

Types of Eduation for Learn ( शिक्षा के प्रकार )

Types of Education for learn  ( याद रखने के लिए शिक्षा के प्रकार ):-

वैसे तो शिक्षा/ज्ञान याद रखने/व्यवहारिक रूप से अपनाने के दो प्रकार हैं:-
1) कथन का चिंतन 
2) कथन को याद रखना 

भाग - 1

 1) कथन का चिंतन :-   साधारण शब्दों में कहा जाए तो कथन का चिंतन वह विधि है जो याद किये गए कथन को व्यवहार में लाती है। चिंतन ही किसी भी कार्य को पूर्ण करने की विधि है, इस विधि का प्रयोग तभी कर सकते है जब आप सकारात्मक सोचते हैं और आप एकांत में हो.

शिक्षा (EDUATION)

शिक्षा क्या है ? ( What is education )

शिक्षा/ज्ञान जो हमें ब्रह्माण्ड की हर चीज़ जो छोटी -सी-छोटी और बड़ी-से-बड़ी सजीव और निर्जीव से  सकारात्मक विचार/एहसास करते हैं, इसी को शिक्षा/ज्ञान कहते हैं।  

शिक्षा  की कोई सीमा नहीं है। जैसा कि आप इस फोटो में Albert Einsteins के शिक्षा संबधित विचार देख सकते हैं।  उनका कहना था, कि शिक्षा / ज्ञान का मतलब केवल किसी कथन/ तथ्य  याद रखना ही नहीं,बल्कि उसको सम्पूर्ण चिंतन के साथ व्यवहार में  लाना भी जरुरी है। 


अब हम बात करेगें "EDUCATION" के रोचक तथ्य  के बारे में :-

EDUCATION शब्द में English भाषा के पांचों  Vowel(a,e,i,o,u) आते हैं।   

Hstory of Education across the World

History of Education across the World

शिक्षा के मुख्य प्रकार(Main types of education)

शिक्षा के मुख्य प्रकार ( Main types of education ):- दोस्तों पिछले भाग एक और दो में सीखा कि कथन/तथ्यों को चिंतन के माध्यम से हम कैसे जीव...