व्यवसाय (Career):-
व्यवसाय क्या है ? अक्सर हम सभी व्यवसाय (Career) को लेकर काफ़ी चिंता में डूब जाते हैं ,कि हमें भविष्य में क्या करना चाहिए या कौन - सा व्यवसाय चुनें।
एक बात में आप सभी को स्पष्ट कराना चाहता हूँ। कि चिंता करने से कोई हल नहीं निकलता लेकिन चिंतन करने से सारे हल निकलते हैं। आप एक उदाहरण के तौर पर आप मेरे ब्लॉग की पोस्ट Part- 2 में पढ़ सकते हैं।
व्यवसाय क्या है ?
व्यवसाय क्या है ?
व्यवसाय (Career):- दोस्तों आधारभूत और पेशेवर शिक्षा/ज्ञान की सहायता से ही हम सब सही व्यवसाय कर पाते हैं। यही व्यवसाय (Career) का आधार है।
व्यवसाय कैसे चुनें ?
दोस्तों आप इस समय क्या कर रहें हैं, भविष्य में क्या करेगें? इस बात पर निर्भर करता है। यह बात हो गई मुख्य व्यवसाय की।
दूसरी बात आप मुख्य व्यवसाय के साथ और आप क्या कर सकते हैं या कौन -2 से व्यवसाय कर सकते हैं। लेकिन मैं ये नहीं कहुगाँ जरूरी है या मैं ये भी नहीं कह सकता जरुरी नहीं है। ये आप पर निर्भर करता है कि आप क्या करना चाहते हो या क्या आप नहीं करना चाहते हो।
लेकिन मैं ये जरूर कहुगाँ ,कि मुख्य व्यवसाय के अलावा भी व्यवसाय होना चाहिए। आगे आपकी सोच पर निर्भर करता है होना चाहिए या नहीं।
तो दोस्तों हम सब यानि आज की पीढ़ी व्यवसाय को पेशेवर शिक्षा/ज्ञान से जोड़ते है , लेकिन व्यवसाय का आधार तो आधारभूत शिक्षा/ज्ञान निर्भर करता है। क्योंकि पेशेवर शिक्षा/ज्ञान आधारभूत शिक्षा/ज्ञान का ही एक भाग है। उदाहरण के तौर पर विज्ञान (Science)का आधार पहले गणित(Maths) था। आज भी है, लेकिन उसके भाग हो गए। लेकिन आज आप सभी जानते ही हैं कि विज्ञान के कितने भाग हो गए हैं।
व्यवसाय चुनने/सफलता का कोई Shortcut नहीं हैं। जहाँ Shortcut है वहाँ सफलता नहीं है।
Shortcut का मतलब है,कि आप गलत मार्ग में ज़रिये कोई काम तो नहीं कर रहे हैं। इससे उसको ही नुकसान होता है जो ऐसे Shortcut को जीवन में अपनाता है।
Shortcut का मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि आप सही मार्ग के जरिये 2 दिन का काम 1 दिन में कर रहें हैं। ये आपकी मेहनत करने की क्षमता कहलाएगी, न कि Shortcut.